My love

Tarique writing to his then girlfriend
Tarique writing to his then girlfriend
Your carefree
laughter
and the joy
that adorns your face
takes away
the darkest of
my fears

The smile
that begins
as a sparkle
in your eyes
reaches your tender lips
makes me feel warm
all over
and so loved

Thank you, my love
for loving me
the way you do
I can not even
begin to imagine
my life without you.

जीवन समिधा

आज फिर तुम्हें देखकर खयाल आया कि हमारे बीच ये कैसा नाता है जिसे तोड़ना मुनासिब नहीं इस लंबे सफर में मेरे हमकदम – हम ज़रूर कुछ देर रुक जातें है किसी मकाम पर मगर फिर निकल पड़ते हैं अगले पड़ाव को … इक दूसरे के सहारे बिना हम क्या करेंगे मेरे हमसफर, मेरे हमइनाँ … Continue reading जीवन समिधा

Dr. Zarina Sani, my Ammi.

http://www.zarinasani.org goes live today. It is a website about mother-in-in law, Dr. Zarina Sani’s literary works. I find it difficult to describe the range of emotions I went through while creating this site. I smiled, laughed, cried and marveled at the way she expressed herself. Through her writings I even got a glimpse of my … Continue reading Dr. Zarina Sani, my Ammi.

तू अपने जैसा अछूता खयाल दे मुझको

तू अपने जैसा अछूता खयाल दे मुझको मैं तेरा अक्स हूँ अपना जमाल दे मुझको मैं टूट जाउँगी लेकिन झुक न सकूंगी कभी मजाल है किसी पैकर में डाल दे मुझको मैं अपने दिल से मिटा दूंगी तेरी याद मगर तू अपने ज़ेहन से पहले निकाल दे मुझको मैं संगे कौह की मांनिंद हूँ न … Continue reading तू अपने जैसा अछूता खयाल दे मुझको

हस्ती

मेरी हस्ती की हकीकत क्या है एक शोला है हवा की ज़द पर जो भड़कता भी है जो सर्द भी हो जाता है या सफीना है कोई वक्त की लहरों पे रवां अाज तक हस्ती ए मौहूम का इर्फां न हुअा खुदशनासी या खुदअागाही क्या नफ्स ए नाकारा तकाज़े तेरे खुदफरेबी के सिवा कुछ भी … Continue reading हस्ती

Tadoba Andhari Tiger Reserve

This was one vacation I was really looking forward to specially after the fiasco of plans to spend a weekend in Pench.  17 years of togetherness, friends and jungle – nothing beats the combination and we did have whale of a time. NH7 was a pleasure to drive and I averaged 60km and covered 180 … Continue reading Tadoba Andhari Tiger Reserve

जुनूने-शौक अब भी कम नहीं है

11th May, 1994. 17 years to being married to my beloved… All I can quote in this ashar of Majaz अभी बज़्मे-तरब से क्या उठूँ मैं अभी तो आँख भी पुरनम नहीं है — मजाज़

शक्ल धुधंली सी – एक अाज़ाद ग़ज़ल

शक्ल धुधंली सी है शीशे में निखर जायेगी, मेरे अहसास की गर्मी से संवर जायेगी अाज वो काली घटाओं पे हैं नाज़ां लेकिन, चाँद सी रौशनी बालों में उतर अायेगी जिन्दगी मर्हला-ए-दार-ओ-रस्ल हो जैसे दिल की बेचारगी ता-वक्त सहर जायेगी ज़ौक तरकीब से थी कोख़ सदफ़ की महरूम कैसा अंधेरा है ये बात मगर अब्र … Continue reading शक्ल धुधंली सी – एक अाज़ाद ग़ज़ल

ग़ज़ल

फिर चाख गिरेबाँ होने लगा और मौत का सामाँ होने लगा कुछ अश्क थमे थे ए हमदम फिर दीदा-ए-गिरियाँ होने लगा फिर साज़े आहे शबीना पर हाथ अपना रक्सां होने लगा गुलज़रे लाला-ए-दिल पर अब लय दर्द-ए-बहाराँ होने लगा अब लज़्जते ग़म पर ए ‘ज़ारी’ दिल अपना नाज़ाँ होने लगा — ज़रीना सानी चाख गिरेबाँ … Continue reading ग़ज़ल

मायाजाल

मायाजाल न तोड़ा जाये लोभी मन मुझको ललचाये मिल जाये तो रोग है दुनिया मिल न सके तो मन ललचाये मेरे अाँसू उनका दामन रेत पे झरना सूखा जाये ताश के महलों में हरदम काँच की चूड़ी खनकी जाये प्यार मुहब्बत रिश्ते नाते ‘सानी’ कुछ भी काम न अाये — ज़रीना सानी Dr. Zarina Sani … Continue reading मायाजाल