11th May, 1994. 17 years to being married to my beloved… All I can quote in this ashar of Majaz
अभी बज़्मे-तरब से क्या उठूँ मैं
अभी तो आँख भी पुरनम नहीं है
— मजाज़
11th May, 1994. 17 years to being married to my beloved… All I can quote in this ashar of Majaz
अभी बज़्मे-तरब से क्या उठूँ मैं
अभी तो आँख भी पुरनम नहीं है
— मजाज़